"ठकौनि हे डोसर शब्दमे मंगनि पोेन कठैं । पहिलक बाट कर्ना हो कलेसे डुल्हि डुल्हाके बिना जानकारि हुइल बाबा डाइ ठकौनि करडेना करिन । डाइ बाबाके मन परल कलेसे होजिना । तर ढिरे ढिरे उ चलनहे लौन्डा लौन्डि मन नैपराके चुप्पेसे अपन टरिका से वाचा कसम करेलग्लैं...."
ठकौनिसे लगाइल सैना
ठकौनि कलक एकठो लावा नाट जोर्ना हो जोन भोज कर्नासे पहिले हुइट् । थरुवा जन्नि के नाट जोरल पाछे बरे लम्मा जाल हस नाट फैल जैठैं जोन ठकौनि हुइलसे सुरु होजाइट । इ एकठो सैना जोर्ना काम हो । लौन्डिक घरक अपन छाइ हे ओकर करम घर सौंपना पक्का करल बाचा हो । इ काम डुनु ओरके सहमति ओरसे हुइना करट । पक्कापुरि अर्थात ठकौनि करल पाछे भोज करहि पर्ना हरट कहेकि इ डुनु ओरिक इज्जट के बाट हो । बिचमे बिगर गैलेसे डुनुओरिक बडनाम हुइना रहट ।
हिमालि चौधरिके स्वरमे रहल इ ठकौनि खाइ बेर गैना मागर गितमे हमार थारुनके रिति चलन मे ठकौनिके बारे बेउछाके गाइल बा । ठकौनिके लाग सामा कसिके जुटैना काका जुटैना
कसिके करना इ गित से बुझे सेकजाइट ।
ठकौनि हे डोसर शब्दमे मंगनि पोेन कठैं । पहिलक बाट कर्ना हो कलेसे डुल्हि डुल्हाके बिना जानकारि हुइल बाबा डाइ ठकौनि करडेना करिन । डाइ बाबाके मन परल कलेसे होजिना । तर ढिरे ढिरे उ चलनहे लौन्डा लौन्डि मन नैपराके चुप्पेसे अपन टरिका से वाचा कसम करेलग्लैं ।
पुरान टरिकासे ठकौनि करना मजा हो लेकिन लौन्डा लौन्डिनके सहमटि होके आउर मजा हो । इ ठकौनि करना जिन्गिक जोरियाके सैना हो । इ सैना जिन्गिभरके लाग रहट । इ ठकौनि मे बिभिन्न मेरिक सुगन बेल्सल रहट जस्टे कलस ओम्मे पानी, डुबरा, आछट, हर्डि ओ डिया अस्टे ।
घुमके हेर्लेसे हमार थारुनके पुर्खौलि पबित्र थकौनि हेराइल अवस्थामे बा ओ अन्जातिनके रिति चलनहे बेल्सल डेखजाइट इ कारम हमार थारुनके रितिके पहिनाके बिलैला अवस्था हो । जसिक ओ जहाँ ठकौनि करलेसे फेन करार ओहे हो कि जिन्गि भर संगे रना साथ डेना ।
इ ठकौनि गित हमार थारुके पहिचनाके गहना हो । मन लागि कलसे ढेर से ढेर जहन पुगैना किसिस कैडेबि । गितके लिंक टरे डेगैल बा ।
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